सड़क के निर्माण को तरस रहे ग्रामीण

प्रदेश सरकार के प्रति लाखों ग्रामीणों में रोष, मुख्यमार्ग पर भरा बरसात का पानी  
प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कमिश्नर आदि अधिकारियों से शिकायत के बाद भी नहीं बन रही सड़क


खतौली। तहसील के निकटवर्ती ग्राम शेखपुरा में लोगों का सड़क पर बहते पानी के कारण जीना मुश्किल हो रहा है। मुख्य मार्ग पर गहरे गड्ढे व कीचड़ होने से लोगों के आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। लोगों का कहना है कि चुनाव के समय कई नेताओं ने आकर विकास के वादे किए थे, लेकिन अब सब विकास के नाम पर कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं। कस्बे से सटे गांव शेखपुरा के मुख्य मार्ग पर लगभग दो दर्जन से अधिक गांव पड़ते हैं। इन गांवों में लाखों ग्रामीण रोजाना आना जाना करते हैं, लेकिन इन लोगों का जीना नरक से कम नहीं है। गांव शेखपुरा सहित अन्य दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर सड़क में गहरे गहरे गड्ढे व कीचड़ होने से लोगों का निकलना दुर्भर हो गया है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि हमने कई बार सड़क की समस्या को संसद, विधायक व संबंधित 
अधिकारियों के सामने कई बार रखा लेकिन हमारी इस समस्या का कोई समाधान अभी तक नहीं हुआ। वहीं उक्त सड़क को गन्ना सहकारी समिति ने लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर कर दिया, किन्तु अभी तक सड़क के निर्माण में पीडब्ल्यूडी विभाग ने कोई रूची नहीं ली है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार पीडब्ल्यूडी के जेई से भी मार्ग के निर्माण के बारे में जानकारी लेनी चाही तो वे भी संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं, सिर्फ सड़क की फोटोग्राफी कर लेने की बात कहते हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सीएम पोर्टल आदि कई जगह इस मामले की शिकायत कर रखी हैं, लेकिन अधिकारियों ने इसकी सुध लेने कोई  अधिकारी नहीं आया है, और लाखों ग्रामीणों की इस समस्या को ठण्डे बस्ते में डाल देते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि चुनावी सरगर्मी में सत्ता- धारी पार्टी के संसद, विधायक व अन्य बडे बडे दिग्गज नेता विकास के नाम पर वोट के लिए आते हैं, किन्तु जब विकास की बात आती है तो सब घोडे बेचकर सो जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार के अभियान स्वच्छ भारत अभियान, गांवों को शहरी सड़कों से जोड़ने की योजना की अभिलाषा को आलाधिकारियों ने विकास की आंखों पर पटटी बांध दी है। वहीं ग्रामीणों का इस मार्ग पर पैदल चलना हीं नहीं बाइक और गाड़ियों तक से भी निकला भारी हो रहा है।