मेरठ-मुजफ्फरनगर और बिजनौर में शांति, चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात


मेरठ नागरिकता कानून के विरोध में मेरठ- मुजफ्फरनगर और बिजनौर में शुक्रवार को हुए भारी बवाल के बाद शनिवार को इन तीनों शहरों में पुलिस- प्रशासन के सख्त रवैये के चलते शांति बनी हुई है। तीनों शहरों में चप्पे- चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। इसके साथ ही तीनों शहरों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद है। वहीं पश्चिमी यूपी के बागपत, शामली और सहारनपुर में भी शांति व्यवस्था कायम है। 
बता दें कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मेरठ- मुजफ्फरनगर और बिजनौर में उपद्रवियों ने जमकर बवाल मचाया था। मेरठ में कई सौ राउंड फायरिंग आमने- सामने हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। इसके अलावा डीएम- एसएसपी सहित अन्य अधिकारी भी चोटिए हुए थे। मेरठ में पुलिस ने अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। 
वहीं मुजफ्फरनगर में भी एक युवक की मौत हुई है। शहर के मीनाक्षी चौक के पास उग्र भीड़ ने प्रदर्शन कर पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की। पांच बाइक और स्कूटी के अलावा कारों में आग लगा दी। अस्थायी पुलिस चौकी भी फूंक दी। गोली बारी में तीन लोग घायल हुए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। मीनाक्षी चौक और शिव चौक पर अलग अलग पक्ष की भीड़ इकट्ठा हो गई। मीनाक्षी चौक के अलावा महावीर चौक पर पथराव और लाठीचार्ज हुआ। कच्ची सड़क पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान लाठीचार्ज हुआ। सरवट चौक पर जाम लगाया, पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा। 
उधर, बिजनौर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे जिले में उपद्रवियों ने खूब उत्पात मचाया। इसमें लोगों की मौत हो गई। तिरंगा हाथ में लेकर जुलूस निकालकर पुलिस व दुकानों पर पथराव और जमकर तोड़फोड़ की। नहटौर में पुलिस की गाड़ी फूंक दी। सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों के शीशे तोड़ डाले। मीडियाकर्मियों को पीटा। पथराव होने से सड़कों पर भगदड़ मच गई। पथराव करके लौट रहे कुछ युवकों को बाद में पुलिस ने दबोच दिया। पथराव में दर्जन भर राहगीर, एक इंस्पेक्टर व कई पुलिसकर्मी घायल हुए।